Wednesday, November 20, 2013

डॉ स्वीट एंजेल की बहुत प्रसिद्ध ,सुंदर व् सार्थक प्रणय व् अनुराग को दर्शाती कुछ रचनाएँ जिन्हें अनेको पत्र -पत्रिकाओं ने सम्मानित व् प्रकाशित किया है …. दिल को छूती रचना बधाई बहुत बहुत

बस  … यूँ ही ख्यालों में 
बीत जातें हैं लम्हे कई 
तू  ……… तो नहीं पास मेरे 
पर तेरी रेशमी यादें सुरमई 
गुदगुदा जाती है वो छुअन तेरी 
कसमसा जाती है धड़कन  मेरी 
तू भी तो याद करता होगा 
मेरी सांसों की महक कहीं 

2 comments:

P.jAIN said...

स्वीट ....तुम साहित्य की हर विधा में पारंगत हो ....कोई भी विषय तुमसे अछूता नहीं है

प्रेम और प्रेम की भावनाओ का कितना सुन्दर चित्रण किया है तुममे

अपनी लेखनी से सम्मोहित करने की अद्भुत क्षमता है तुममे

और खुद भी तुम्हारा व्यक्तित्व कितना सम्मोहक है

विरोधाभासो का दुर्लभ सामंजस्य

अल्हड और बिंदास बाला भी

और सौम्य और गंभीर भी

तुम्हारी सृजन यात्रा यूँ ही अनवरत चलती रहे

दिल से यही कामना है मेरी
Saturday 11:40pm

Parag said...

commendable dr shalini agam