Wednesday, October 12, 2011

बालक के जन्मदिवस पर
बालक है मेरे प्रेमपुष्प,
सींचती हूँ
मैं ममत्व जल से
बालक है मेरे सूर्य पुंज
किरणों को उनकी  चमकाती  हूँ
अपनी उर्जा से
बालक है मेरे रजत चन्द्र
 दमकाती हूँ अपनी चांदनी से, 
आदित्य  शुभम  हैं मेरे गर्व गौरव्

शक्तिमान,दैदीप्यमान   हैं  मेरी कामना से

बालक है मेरे मांगलिक दीप,
प्रज्ज्वलित है मेरे आशीर्वादों से,
हर माँ के समान ,मैने भी देखा है स्वप्न,
कुसुमित पल्लवित हो महकें  जीवन क्यारी में,
संस्कारो की कड़ी धूप में निखरे कंचन से,
बडो का आदर,छोटो से प्यार करें दिल से,
नैतिकता व् राष्ट्रहित में लगे रहें मन से,
माँ पा के अनुशासन में, संरक्षण में,
आगे बढे जग से''........................
......................डॉ स्वीट एंजिल 

Saturday, October 1, 2011

Sweet Angel 's Sweet World: congratulations

Sweet Angel  ka Sweet World: congratulations Dr.Sweet Angel: Namaste India i want to say thanks to my guru mom.................. Softly you speak into my ear, pushing me, pulling me, telling me......

Tuesday, September 27, 2011

Dr.Shalini Agam sweet angel HELLO INDIA


namaste india

नमस्ते भारतवर्ष

करो वही जिसका संशय हो कि नहीं होगा तुमसे ,


हारोगे ................ कोई बात नहीं,


फिर से करो ........परिणाम पहले से बेहतर होंगे ,
फिर भी गर उम्मीद प़र खरे न उतर पाओ.........
प्रयत्न करो ,फिर उठो,फिर जुट जाओ..........
अच्छा और पहले से अच्छा होने लगेगा
याद रखो .......करत-करत अभ्यास के ,
जड़मति होए सुजान ..........और ........
जो व्यक्ति कभी जीवन में लुढका नहीं ,
वो कभी ऊंचाई प़र भी नहीं पहुँच पाया ,
अब यही क्षण तुम्हारा है ...........जीत लो दुनिया को .
क्योंकि अब जीत सिर्फ तुम्हारी है
वन्दे मातरम
शालिनिअगम

Tuesday, September 20, 2011

Dr.Sweet Angel Tip of the dayप्रेम बंधन नहीं ...............एक स्वतंत्र अनुभूति है

नमस्ते भारतवर्ष
प्रेम बंधन नहीं ...............एक स्वतंत्र अनुभूति है
पिछले दिनों में एक महिला से मिली .........अपनी किट्टी पार्टी प़र ..........मेरी ही एक सहेली की नई पड़ोसन ....हमारी किट्टी की नई मेम्बर .
हँसी-ख़ुशी का माहौल था सब सखियाँ एक दूसरे प़र टीका-टिप्पणी कर हँसी-मज़ाक कर रहीं थी ,तम्बोला खेलने का आनंद ले रहीं थीं,खाने -पीने का लुफ्त उठा रहीं थी ......वहां बात-बात प़र केवल खिलखिलाहटें ही सुनाई दें रहीं थी ..कहने का मतलब है कि सब खूब एन्जॉय कर रहे थे ...........प़र उस नई मेम्बर का चेहरा लटका हुआ था ,आँखे सूनी-सूनी ,जबरन जैसे कभी-कभी मुस्कुरा भर देती .पूरा प्रयास करने प़र भी वह उस माहौल में अपने मन की उदासी नहीं छिपा पा रही थी .मैंने एक -दो बार उसकी ओर देखा तो सिवाय मायूसी के और कुछ ना दिखा चेहरे प़र ..........मुझे उसके प्रति सहानुभूति हुई कि पूछूं कि उसकी परेशानी कि वज़ह क्या है ..........? प़र पहली बार मिली थी इसलिए हिम्मत नहीं हुई ..............इक्तेफाक से अगले दिन उसका फ़ोन ही आ गया मेरे पास कि वो मुझसे मिलना चाहती है ..............कुछ ज़रूरी बात करनी है .........
नियत समय प़र वो मुझसे मिली और जो कुछ मैंने उसके मुहँ से सुना वो मुझे कुछ भी नया नहीं लगा .....................ऐसा लगा कि शायद रोज ही इस तरह की परेशानी किसी ना किसी की व्यक्ति सुनने में आ जाती है .......................
'मेरे पति को हर चीज से लगाव है ............................. अपने घर से , घर की हर बेजान चीज ,गाड़ी से, क्यारी में लगे हर पौधे से , अपने कुत्ते से ,अपने काम से..............अगर नहीं है तो बस मुझसे ...............कहकर फफक पड़ी .....कितना अकेला महसूस करती हूँ हल पल किसके लिए जियूँ.................किसके लिए सजूँ.............कैसे अपना समय काटूँ ......कही अच्छा नहीं लगता ...........कोई अच्छा नहीं लगता ........वो नहीं तो कुछ नहीं है मेरे जीवन में .
यहाँ ऐसे कितने ही लोग हैं जो अपने कुत्तों को प्यार कर सकतें हैं .अपने बगीचों को प्रेम कर सकतें हैं ,अपनी गाड़ी से प्रेंम कर सकतें हैं .......वो दुनिया में अपने परिवार के अतिरिक्त हर किसी से प्रेम कर सकतें हैं ..................यहाँ तक कि गर्ल -फ्रेंड से भी ( लेकिन तब तक जब तक वो केवल हाँ ही करती रहे और आपका प्रतिकार ना करे )
दुनियां में आदमी के अलावा हर चीज से प्रेम कर सकतें हैं ..क्यों ....?
क्योंकि व्यक्ति का मतलब है तुम अकेले नहीं हो,दूसरा भी वहां है ,निर्जीव वस्तुएं या पालतू जानवर संवाद नहीं करते ,आपकी बात का प्रतिउत्तर नहीं देते जैसे कि प्राय : मियां-बीबी में होता है ...............एक शिल्पकार मूर्तियाँ बनाता है उन्हें सजाता है................ उनसे बातें करता है ...........उनसे प्रेम करता है प़र वो मूर्तियाँ मृत होतीं हैं ...वह कलाकार उन मूर्तियों से सम्बंधित नहीं हो सकता क्योंकि वह जीवन्त है .......जीवन और मृतु के बीच संवाद संभव नहीं है ..........संवाद नहीं तो कोई मतभेद भी नहीं .........कोई कलह भी नहीं.......
मूर्ति या अपनी किसी भी प्रिय वस्तु के साथ जो तुम करते हो ,वह एकालाप है ........क्योंकि वह वस्तुएं कुछ भी पलटकर कहने वाली नहीं हैं वह तुम्हारी आलोचना करने वाली नहीं हैं ...............तुम्हारे ऊपर आधिपत्य ज़माने वाली नहीं हैं .उन चीजों को जैसे चाहे उपयोग करो या दुरूपयोग करो वह कुछ कहने वाली नहीं है तुम उनपर पूरा आधिपत्य रखते हो,,,,,,,,,,,,प़र तुम मनुष्य के साथ ऐसा नहीं कर सकते.....अपने परिवार के सदस्यों,मित्रों परिचितों के साथ ऐसा नहीं कर सकते ........
जब दो जीवन्त चेतनाएं मिलतीं हैं तो एक दूसरे प़र अधिकार नहीं जमा सकते .सबके अपने -अपने स्वतंत्र विचार हैं ,आचरण है .इसलिए मतभेद भी संभव हैं ......मनुष्य के साथ प्रेम होना आसान बात नहीं है.दुनिया में प्रेम सम्बन्ध सबसे कठिन है.इसका कारण ही यही है कि दो चेतनाएं ,दो जीवंत मनुष्य .किसी भी प्रकार कि गुलामी सहन नहीं कर सकते.
जब तुम वस्तुओं के उपर ,चीजों के उपर कार्य कर रहे होते हो तो वो हाँ या ना कुछ नहीं कह सकती .जो कुछ भी तुम उनके साथ करना चाहते हो तुम कर सकते हो ......
आज जब परिवार एकाकी हो रहें हैं सब से ज्यादा वैचारिक मतभेद पति-पत्नी के बीच होता है ,बच्चे भी तभी तक बचे रहतें है जब तक माँ-बाप कि हाँ में हाँ मिलाते रहतें हैं .......अभी तक हमारी समझ इतनी परिपक्व नहीं हुई है कि हम समझ पायें कि मनुष्य के साथ,यदि तुम प्रेमपूर्ण रिश्ता चाहते हो अपने अधिकार कि शक्ति की राजनीति को भूल जाना चाहिए ,तुम बस मित्र हो सकते हो ......ना तो दूसरे प़र प्रभुत्व ज़माने की कोशिश कर सकते हो ...ना दूसरों को अपने ऊपर प्रभुत्व ज़माने देना चाहते हो .
मनुष्य को प्रेम करना दुनिया में बहुत कठिन कार्य है ,क्योंकि जिस क्षण तुम अपना प्रेम जाहिर करते हो दूसरा शक्ति कि कामना करने लगेगा वह जानता है या जानती है कि तुम उसपर आश्रित हो ...और इस तरह सारे रिश्ते गुलामी में बदल जातें हैं और कोई भी रिश्ता गुलामी नहीं चाहता .
मूर्ति शिल्पकार को गुलाम नहीं बनाएगी.......................... अपना कहना नहीं मनवाएगी............जानवर भी प्रेम नहीं करते केवल प्रजनन करते हैं ,मानव चेतना के साथ प्रेम सृजन होता है एक दूसरे को पाने की ललक पैदा होती है ,जहाँ भी मन माफिक ना मिले टकराव शुरू होने लागतें हैं ............ऐसा लगता है ज़बरदस्ती हो रही है ........प्रेम बंधन लगने लगता है ..................कभी लगता है आज़ादी छीन रहा है सबसे अपना .........जिसे प्रेम करते हो उसे सम्मान व् सुरक्षा के साथ-साथ आज़ादी भी देनी होगी....................उसके विचारों को आज़ादी............घर में छोटी-छोटी खुशियाँ जो वो चाहे उसकी आज़ादी ............हम प्रेम बांटते नहीं अपितु कई बार झपटते हैं............ये मेरा पति है .....किसी से बात कैसे की.............हर वक़्त की शिकायतें............आज ये नहीं लाये ...........आज वो नहीं लाये...........मुझे टाइम नहीं दिया...........जितना में चाहती थी वैसा कुछ नहीं मिला .................परिणाम .............सामने वाला स्वं को हल पल उस रिश्ते में खुद को जकड़ा हुआ महसूस करता है ...............छोड़ दो उसे खुला.......करने दो जो वो करना चाहता है...............अगर आपके प्यार में शक्ति है तो कही भी जाये वापिस आपके पास ही आएगा ............नहीं तो जकड कर बैठोगे तो बंधन तोड़ कर चला जायेगा प्रेम ज़बरदस्ती थोपा नहीं जा सकता ...................तुम भी मौन हो जाओ.....जड़ हो जाओ ना...............ना कोई प्रतिकार...............ना कोई उलाहना .......ना कोई इच्छा .......ना कोई ज़रुरत ...........तब देखो वो भी तुम्हे अपने आस-पास ही महसूस करेगा ............आज़ाद मन पूरी तरह तुम्हे प्रेम करेगा.......
डॉ. स्वीट एंजिल 

Friday, September 9, 2011

Thursday, July 28, 2011

understand yourself..............Sweet Angel



The most difficult Phase of life is not when no one understands you:

Its when you don't understand yourself..............


जिंदगी का सबसे मुश्किल दौर वो नहीं होता जब कोई

आपको समझता नहीं है ,बल्कि जीवन

कष्ट-कर तब होता है जब हम खुद को नहीं समझते ...........

हमें क्या चाहिए ,क्या पाना है, क्या अच्छा लगता है,किसके साथ हमें परेशानी होती है या किसके

साथ पल दो पल में भी हम मुस्करा पड़ते है और सारा -सारा दिन

ललक रहती है उससे मिलने की .........उसका मिलना जीवन में नई चेतना का संचार कर देता है

.......हर ओर बस खूबसूरती दिखाई पड़ती है .......

तब मन गुनगुनाने को करता है..........चेहरे प़र दबी सी मुस्कुराहट रहती है जो बार-बार खिलखिला कर
बाहर आने को तैयार रहती है..........जब हम खुद अनुभव करते

हैं

प़र यकीन नहीं करते कि प्यार में इंसान अधिक स्वस्थ व् ऊर्जान्वित हो जाता

है...................चहेरे प़र लाली आने लगती है वह आकर्षक व् सुंदर दिखने लगता है

...शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति का विकास होता है ...........जीवन एक नयी उमंग व् उत्साह से
भर जाता है .... आप ज्यादा किर्या शील हो जाते है ..................जो
कार्य पहले बोझ लगते थे .ऊब पैदा करते थे वही दैनिक किर्या -कलाप मजे-मजे में कब पूरे होने

लगते हैं पता ही नहीं चलता ..............तब समझ लेना चाहिए कि

कोई some one special .विशेष 'आपके जीवन में प्रवेश पा चुका है ..........

regards..

डॉ।स्वीट एंजिल 


    • be positive always thanks for tagging
      October 30 at 5:11pm ·  ·  2

    • Asha Asha Pandey sakratmkta hi har khushi ki kunji hai
      October 30 at 5:30pm ·  ·  1

    • कवि दीपक दीप Super..Sweeetttttttttttttttttttttttttttttttttttttttttttt
      October 30 at 5:33pm ·  ·  1

    • Mansi Garg hi sweetyyy
      October 30 at 6:37pm ·  ·  1

    • Ranjit Singh Sekhon impressive..thanks
      October 30 at 6:50pm ·  ·  1

    • so nice
      October 30 at 6:52pm ·  ·  1

    • LIKES...SO ADORABLE....
      October 30 at 6:57pm ·  ·  1

    • u r awesome sweet..no doubt abt it...:
      October 30 at 7:33pm ·  ·  1

    • Vijaya Mishra NICE PIC ..GREAT ..
      October 30 at 8:01pm ·  ·  1

    • Shefalika Verma Bahut achha ..positive thinking is d best way 2 live life..lov u...sweet..
      October 30 at 8:09pm ·  ·  1

    • Sanjay Agarwal nice one
      October 30 at 8:14pm ·  ·  1

    • Shahanshahe Alam....Hoshiyaar..KhabarDaarrrrrrrrrrrrrrrr
      October 30 at 8:20pm ·  ·  1

    • Nice Positive Thought with Lovely Picture DrSweet Angle.
      October 30 at 9:53pm ·  ·  1

    • DrSweet Angel thanks to all my dear friends................
      October 30 at 11:02pm · 

    • DrSweet Angel Be yourself and give your best in life - Good Thoughts About Life :)....................
      October 30 at 11:02pm · 

    • DrSweet Angel Good Morning friends..........Love is the greatest gift to each man,one cannot love more than that of necessary,only one or two persons contain a necessary love,to believe in love is the most important thing,contentment is the greatest wealth for him and faithfulness is the best relationship.......
      October 31 at 7:48am ·  ·  1

    • Your words are as beautiful as your pic...awesome indeed...!!!!thanks for tagging me..!!!
      October 31 at 7:54am ·  ·  1

    • DrSweet Angel thanks dr.M.G. ................God bless you always .......................
      October 31 at 7:54am ·  ·  1

    • for a positive note..i always remind that beautiful quote quoted by our father of nation..“The difference between what we do and what we are capable of doing would suffice to solve most of the world's problems”
      Mahatma Gandhi~

      October 31 at 7:56am ·  ·  1

    • DrSweet Angel Thank you for very kindly sharing. God bless you always, dear friend................
      October 31 at 8:43am · 

    • Vineet Punia · Friends with Sanjay Agarwal and 2 others
      Bahut hi theek bola Aapne Dr Sweet Angel bina ashawaad ke jeewan kuch nahin hai lekin khud par vishwas hona bahut jaroori hai. Where there is a will there is way thnx for this very nice tag have a nice time.
      October 31 at 12:27pm ·  ·  1

    • BEAUTIFUL PERSON....
      October 31 at 1:07pm ·  ·  1

    • Nick Sharma · Friends with Ravi Singhania and 3 others
      Wah DrSweet Angel ji dono hi ache he aapki pic bhi aur Vichar Bhi
      October 31 at 1:17pm ·  ·  1

    • Fareeha Mobeen looking so sexy
      October 31 at 1:57pm ·  ·  1

    • निरंतर केवल अच्छा सोचने से प्रकृति भी हमें केवल अच्छा ही अच्छा प्रदान करती है / true
      October 31 at 7:42pm ·  ·  1

    • Deepa Shree असल में सारा मामला स्वं को सुखी बनाने का है मनुष्य स्वभावत: आशावादी होता होता है इसलिए वह जीवन में अपने अनुकूल चीजें ढूंढ ही लेता है .वह किसी नकात्मक चीज के जोड़ के रूप में कुछ सकारात्मक चीज खोज ही लेता है .
      Bahut hi laabhkari , bahut hi utsahavardhak ....... Abhaar !

      October 31 at 10:39pm ·  ·  1

    • DrSweet Angel शुक्रिया तुषार जी
      आभार ................

      November 2 at 6:54pm · 

    • DrSweet Angel शुक्रिया दीपाजी हार्दिक आभार ....................
      November 2 at 6:56pm ·