नमस्ते भारतवर्ष
हम सब जब गलती करतें है,तब उसके परिणाम से दुखी भी होतें है, प़र गलतिया कर-कर के जो वर्षो का संचित हल निकलता है उसे अनुभव कहतें है,और अनुभव से ही हम तरक्की के रास्तों प़र बढतें है , जो हमारी सफलता का निश्चित सूचक है ...................
अगर गलती से तुम्हारा पिछला समय कुछ मन चाहा न कर पाने के कारण मचल रहा है, तो अफ़सोस न करके तुरंत खड़े हो जाओ ,"मन ही मन दोहराओ मैंने अपना कल और काफी हद तक आज खो दिया ........लेकिन आने वाला कल मेरा है, ये जीवन मेरा है ,ये संसार मेरा है और मैं उसे सवारूंगा ये मेरा खुद से वादा है .........................
मैंने कल जो अपना सही रास्ता था खो दिया ,प़र आने वाले कल के लिए सही रास्ता चुन लिया है ..............
मैंने कल जो अपनी आत्मा को कुचला किसी भ्रम में या या किसी भुलावे में ,तब अब समय है अपनी आत्मा को पवित्र सुंदर और खूबसूरत बनाने का ......................................
मैंने जो कल अपना सब कुछ खो दिया था ,,प़र अब और नहीं आने वाले कल में सब कुछ पाना है और ये मेरा यकीन है ,क्योंकि कल मेरा है ,ये जहाँ मेरा है................