नमस्ते भारतवर्ष,
आप सभी बुद्धिजीवियों.........जिनके हृदय मैं भी प्रेम की चंचल धारा मचलती है।.........अपूर्व सौदर्य देखकर जिनके मन मैं भी से एक छोटा सा प्रश्न
आप सभी बुद्धिजीवियों.........जिनके हृदय मैं भी प्रेम की चंचल धारा मचलती है।.........अपूर्व सौदर्य देखकर जिनके मन मैं भी से एक छोटा सा प्रश्न