हम सबका मीत,प्राण ,सखा है "आगमन "
सावन में कोयल की कुहुक सा है "आगमन "
हम सब की जीत का सबब है "आगमन "
माथे का गौरव और सर का ताज है "आगमन "
हर ओर कितनी निराशा ,दुःख ,बैर भाव है
ऐसे में तन -मन की खुशियों का खजाना है "आगमन "
आओ हम सब मिलकर इसे और जगमगायें
क्योंकि जीवन के अनगिनत पलों का उजियारा है "आगमन "
केवल एक अकेले से तो थक जाता है धुरंधर भी ,
आओ साथियों मिलजुल कर जितायें अपना "आगमन "
साथ रहेंगे जब हम सब साथी विजेता बनेगा तभी "आगमन "
मायूसी ,अकेलेपन की गर्म हवा में ,शीतल "पवन"का झोंका है "आगमन "
आभार सभी "आगमन" साथियों के प्रति
डॉ स्वीट एंजिल
आप सभी मित्र -गणों ने मेरी भावनाओं को जो सम्मान प्रदान किया ….उसके लिए आप सबका आभार …।आप सभी प्रियजनों का प्रेम यूँ ही बना रहे बस ………
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