Monday, April 19, 2010

मैं आभारी हूँ उस परमात्मा की,मेरे जीवन का हर -पल
एक उत्सव के सम्मान है । सुबह आँखे खोलने से लेकर रात को सोने तक मैं और मेरा परिवार हर-पल आनंद का अनुभव
करता है , मेरी सभी इच्छाएँ स्वत : ही पूरी हो जाती हैं ।
मैं ख़ुशी हूँ और खुशियाँ बाँटती हूँ
शालिनीअगम

१९८९ .....................2010

4 comments:

Reiki world said...

lovely pic with lovely thoughts....
FANTASTIC
from
REIKI WORLD

Reiki world said...

Dear mam,
Two angles.....means....one is happiness....another is success..

nishtha said...

hello shalini
beautifulllllllll

Rohit Verma said...

Hey SHALINIAGAM
This is absolutely inspired! It just makes soooo much sense!
Rohit verma