और चाँद से वो भोला पन ...
बादलों की बेखास्ता मुहब्बत ..
और हवाओं की सरगोशियाँ ...
फूलों से रेशमी मादकता ..
कलियों का बेपनाह हुस्न ..
फिजाओं की खुशबू भीनी भीनी
या चुपके से तुम आये हो करीब
मेरे वजूद में समाये एकदम करीब
कि सांस थम सी गयी है .... #drsweetangel
#drsweetangel

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