Tuesday, January 5, 2016


हम तो चिराग हैं उनके आशियाने के ,कभी ना कभी तो बुझ जायेंगे ,आज शिकायत हैं उन्हें मेरे उजालों से ,कल उन्हें अंधेरे में बहुत याद आयेंगे . . . . 

hum to chir ag hain unke ashiyane ke ,kabhi na kabhi to bujh jayenge , aaj shikayat hai unhe mere ujalon se ,kal andhere mein bahut yaad aayenge .. 

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