Saturday, September 11, 2010

dr.shaliniagam (tip of the day)

ये ज़िन्दगी बेहद खूबसूरत है,
अगर हम चाहें तो और भी ख़ूबसूरत हो सकती है ,
क्योंकि हमारी ख्वाहिश ये सृष्टि मानती है और उसे उसे पूरा करती है.
ये अलौकिक शक्तियां मेरे लियें अलादीन का चिराग़ हैं जो मांगती हूँ मिलता है.......
.......पैसा, प्यार, शौहरत , स्वास्थ्य .
हर पल जो चाहतो हो मांगो सृष्टि से ,
विश्वास करो कि जो माँगा है ,बस पा ही लिया है,
महसूस करो कि जो माँगा, उसे पाने के बाद कितनी ख़ुशी मिल रही है,
में जो चाहती हूँ ,उस पर विचार करती हूँ, कागज पर लिखती हूँ,
फिर अटूट विश्वास करती हूँ,आशावादी सोच रखती हूँ ,
फिर मैं उसे पा लेती हूँ .
हम सबको अपने और सृष्टि के बीच ताल-मेल बिठाना आना चाहिए
जब भी हालत बदलने हों ,पहले विचार बदलो .
क्योंकि मैं प्रकृति का , सृष्टि का, धन्यवाद करती हूँ , ज्यादा पाना चाहती हूँ तो शुक्रिया करती हूँ
इच्छा -शक्ति से क्या नहीं हो सकता ,आप अपनी इच्छा-शक्ति और यकीन से आप क्या नहीं पा सकते.
अपनी उम्मीद से बड़ी कोई तस्वीर , कोई इच्छा देखो,सोचो, आँखे बंद करके महसूस करें कि वह मजिल मैंने पा ली है .
डॉ.शालिनीअगम
2010

5 comments:

Dr Shalini Agam said...
This comment has been removed by the author.
ambika said...

you are doing marvelous work Dr.shalini...................

M.S. said...

HAVE MY CARE ,THAT'S NEVER BREAKS
HAVE MY SMILE,THAT NEVER FADES
HAVE MY WORDS,THAT NEVER HURTS
HAVE MY FRIENDSHIP,THAT NEVER END
my god what a feelings , its really superb thoughts
bahot hi emotional

SARAN R. PANDE said...

its sweet like the nectar
of the garden flower,
its soothing like the buzzing
of a bumble bee,
its warm like the rays
of the morning sun,
its the search of a love so pure
which keeps me on the run.
Dr. Shalini Aggarwal

its great words indeed

chirag said...

This World could and should have more people like you dr.shalini, a pure heart. His words, mind and soul are all in it.