समय की लीला
वो बाग़,वो आँगन में किलकती हँसी,
चांदनी से नहाई ,छत प़र बिखरती ख़ुशी,
कभी कैरम,कभी बैड-मिन्टन कभी ताश के पत्ते ,
सजती शतरंज की बिसातें और घूमते मोहरें ,
ताने छेड़ती हारमोनियम प़र अंगुलियाँ ,
मचलती स्वर लहरियां ,साथ होती सखियाँ ,
कभी सावन की रिमझिम में झूला झूलती ,
कभी घर-भर में भैया के साथ फुदकती ,
साइकिल का कम्पटीशन जीतती ,इतराती
लौटती जीतकर नृत्य व् गान प्रतियोगिता ,
छम-छम करते पाँव छनकते घर -भर में
कभी माँ ,कभी अम्मा से बतियाती
दो चोटियाँ ,रेशमी आँचल लहराती,
हर बार कक्षा में प्रथम आती,
बुआ ,छोटी बहिन, टीचर ,सहेलियों की जान,
बुआ दादा-दादी चाचा-चाची की मुस्कान ,
माँ की दुलारी और पापा की 'लाले -जान'
२० वर्ष बाद ........................................
प्रौढ़ा होती,रोगिणी ,एकाकी जीवन जीती वो ,
ताने -उलाहने -प्रतारणा सहती वो
जीवन -साथी के होते हुए भी ,
कितनी अकेली,कितनी लाचार वो,
एक दु:स्वप्न देख रही है
हाँ कटु सत्य बीस वर्षीय लम्बा स्वप्न ,
यौवन के मधुमास जिए ही नहीं ,
चंदा -चकोर समान प्यास बुझी ही नहीं,
मन के हर ओर अकेलापन कितना
जैसे एक अरण्यानी में साँझ का उदास झरना ,
बचपन की अल्हड -सौम्यता बदलकर ,
बनती जा रही है उदासी का सरोवर ,
आश्चर्य! कैसे हो जाती है ?
एक शोख चंचल नदिया एक शांत सागर
विचलन,अस्थिरता ,विलाप और अश्रु
क्या यही है उस "ख़ुशी" का जीवन ?
२०१०
28 comments:
"Beautiful and very meaningful...i loved it simply Shalini Jee!"
जी आप बहुत अच्छा लिखती हो ,इसी तरह लिखते रहें भगवान आपको लंबी उम्र दे"
शालिनी जी मैं आप से बहुत प्रभावित हूँ
जी आप बहुत अच्छा लिखती हो ,इसी तरह लिखते रहें भगवान आपको लंबी उम्र दे"
शालिनी जी मैं आप से बहुत प्रभावित हूँ
bahut hi sunder
marmik bhi
badhaii aap ko
"Marmik Rachana - love it"
To Shalini from Ashok .........
"Beautiful.......... thankx a lot dear..."
shalini
You came a knocking at my hearts door...
You're everything I've been looking for...
"लिखिए ..लिखती रहिये यही तो खूबी है चंचल मन की ...जो नहीं लिखा समझ लो दिल की भावनाएं व्यक्त करने के मायने में वो सबसे पीछे है ..जैसे निर्जीव प्राणी
.."
डॉ.प्रकाश ओझा
,, आपके मन की पीड़ा आपकी टिपण्णी से उजागर हो रही है ... इसी से समझ आ जाता है कि इस रचना ने आपके अंतर्मन को कहाँ जाकर छुआ है ...
शालिनीजी .....कविता के मूल मर्म तक पहुंचना और उसे यथारूप समझकर पूर्ण व्याख्या करना भी एक महान कला है जोकि आपमें है
आदिल
"सुन्दर कविता.. दर्द से भरी.."
............kavita puri
सभी नगमे साज़ में गाये नहीं जाते ,
सभी लोग महफ़िल में बुलाये नहीं जाते ,
कुछ पास रह कर भी याद नहीं आते ,
कुछ दूर रह कर भी भुलाये नहीं जाते
कभी नुम ना हो ये मासूम निगाहे ,
मेरी आरजू है आप सदा मुस्कुराये .
गम के साए रहे हम तक ही ,
आपके आशियाने में सदा बहार ही आये
...love my friend ....love sometimes is happines......sometimes is sadness...but it is worth loving......
DR.SHALINI............
I WANT TO SAY SOMETHING TO YOU..................
"do not count what u have lost. just see what u have now, because past never comes back but sometimes future can give u back ur lost things!
wah
kya baaat
hai
wah
bahut badhiya
SHALINIJI............YOU ARE GREAT
अद्वितीय रचना जिसने दिल को झकझोर दिया.
ye chaahat ye pyaar, ek khoobsurat sa ahsaaas,
ye ubhregi kabhi ,kabhi barsegi, aur kabhi aankhon se beh niklegi.
Bahut Sunder Rachna...Aap ne CHAHAT ko bahut khubsurti se shabdon me dhala hai...!
ati uttam, ati uttam
just excellent.
कोशिश कीजिये हमे याद करने की
लम्हे तो अपने आप ही मिल जायेंगे
तम्मना कीजिये हमे मिलने की
बहाने तो अपने आप ही मिल जायेंग़े
बहुत सुन्दर .. हर शब्द अद्भूत सौन्दर्य बिखेर रहा है !!!!!!!!!!!!!!..
"कभी समस्या पंख पसारे, कभी सफलता की किलकारी!
कभी किनारा मिलता है तो, कभी डूबती नाव हमारी!
किन्तु संघर्षों की युक्ति, कभी नहीं तुम धूमिल करना,
साहस होगा मन चिंतन में, खंडित किस्मत बने हमारी!"
हर बार की तरह फिर से आपके शब्दों का जादू...........अद्भुत........
हर प्रस्तुति की छाप जीवंत...
dear sweet ......
i am with you
don't feel alone....
love you
touch my heart.........love you dear
muaaaaahhhhhhhhhhh
:)
¯`*•.¸♥☆ Awesome ☆ ♥.•*¨`* —
Thanks for your kind words friends
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